5 SIMPLE STATEMENTS ABOUT वशीकरण मंत्र किसे चाहिए EXPLAINED

5 Simple Statements About वशीकरण मंत्र किसे चाहिए Explained

5 Simple Statements About वशीकरण मंत्र किसे चाहिए Explained

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वाराही शाबर मंत्र

सफलता: वशीकरण मंत्र आपको सफलता की ओर आग्रह करने में मदद कर सकता है। यह आपकी सोच, सामर्थ्य, और विश्वास को सुधारकर आपको अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में मदद कर सकता है। यदि आप अपने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं, तो वशीकरण मंत्र आपकी मदद कर सकता हैवशीकरण मंत्रों के प्रकार

महा मोहिनी वशीकरण टोटका उन उपाय में से एक है जिनमे हम कामदेव की साधना करते है.

तेल-तेल महातेल! दूखूं री मोहिनी तेरा खेल!!

यह मंत्र विवाह संबंधी मुद्दों के समाधान के लिए उपयोग किया जाता है। इसके उच्चारण से, आप विवाहित या विवाह करने वाले व्यक्ति को अपने वश में कर सकते हैं और उन्हें अपने साथ एक सम्बंध बनाने में मदद कर सकते हैं।

(अमुक अमुका मतलब स्त्री या पुरुष का नाम)

अनुष्ठान की विधि: इसमें विशेष सामग्री जैसे सिंदूर, फूल, दीपक, या यंत्रों का उपयोग किया जाता है।

तिलक काठी में निकलू घर से मोहे सकल संसार

कामदेव, जो प्रेम और आकर्षण के देवता माने जाते हैं, उनकी शक्ति को साधना के माध्यम से प्राप्त किया जाता है। यह मंत्र आपके भीतर सकारात्मक ऊर्जा और आकर्षण को बढ़ाने में सहायक हो सकता है।

बगलामुखी देवी को दस महाविद्याओं में से आठवीं महाविद्या माना जाता है. check here इनकी पूजा शत्रु विजय, वाक् शक्ति, मनोकामना पूर्ति, विवादों में सफलता और कानूनी मामलों में विजय प्राप्त करने के लिए की जाती है. कई लोग मानते हैं कि बगलामुखी पूजा से वशीकरण भी किया जा सकता है.

वशीकरण एक प्राचीन भारतीय तंत्र विद्या है, जिसका उपयोग किसी व्यक्ति को अपनी इच्छानुसार प्रभावित करने या नियंत्रित करने के लिए किया जाता है. हालांकि, यह एक संवेदनशील और विवादास्पद विषय है और इसका उपयोग नैतिक और कानूनी दृष्टिकोण से गलत माना जाता है.

ॐ नमो आदेश गुरु को राजा मोहूं प्रजा मोहूं मोहूं ब्राह्मण बनियां हनुमंत रूप में जगत मोहूं तो रामचन्द्र परमानियां गुरु की शक्ति मेरी भक्ति फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा।

इस पुस्तक में आठ सिद्धियां दी गई हैं जिनको कि विधिपूर्वक करने से मनुष्य अवश्य सफल होता है। वह सिद्धियां इस प्रकार हैं। (१) वशीकरण विद्या (२) आकर्षण विद्या (३) अष्टसिद्धि (४) कायाकल्प विद्या (५) यक्षणी साधन (६) भूत विद्या (७) ओझा विद्या (८) यन्त्र, मन्त्र और तन्त्र विद्या । वह विद्या ऐसी हैं यदि विधिपूर्वक की जायं तो पूरा २ अब भी असर करती हैं। लेकिन सिद्धि कार्य कर्त्ता पर निर्भर है।

विधि: किसी भी सोमवार को, चार लौंग को पान के पत्ते में लपेटकर अपने मुँह में रखें। इसके बाद, किसी नदी या सरोवर में स्नान करते हुए डुबकी लगाएँ। डुबकी के दौरान, इस मंत्र का इक्कीस बार जाप करें। फिर पानी से बाहर निकलकर मुँह में रखी हुई लौंग को निकालें और उसे धूप दिखाएं। यह लौंग जिसे भी खिला दी जाएगी, वह व्यक्ति साधक के प्रभाव में आ जाएगा।

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